बुधवार, 17 अगस्त 2016

हिंदी शायरी



हिंदी शायरी 
हम भी लेते हैं इन चाँद सितारों से सबक

रोशनी हो तो वो दिखती है बड़ी दूर तलक

तेरे जादू से क़यामत  भी ठहर जाती है

आज भी दिल में रूकी है तेरे गम की कसक

मुझसे मेरे ही खयालों में बात करती हो

बंद रखता हूं तेरे खातिर  अपने दोनों पलक

दिल के सागर  में तो बस खारे आंसू हैं

मेरी आंखों ने भी देखे हैं तूफां की झलक

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रात ढलती है तो ढलने की दुआ दो इसको

सांस चलती है तो रुकने की दुआ दो इसको

तेरा दुश्मन तेरा दीवाना बना बैठा है

इस जमाने से उठने की दुआ दो इसको

धार सावन की निकलती है तेरी आंखों से

मेरे दरिया में बहने की दुआ दो इसको

एक साया सा तड़पता है जो चिराग तले

आग में डूबके मरने की दुआ दो इसको

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मेरे आंगन में रोशनी भले ना रहे

तेरे दामन में चांदनी हमेशा रहे

मर भी जाऊं तो कफन मिले ना मिले

मेरे खातिर तेरी ओढ़नी हमेशा रहे

तुम भले ही किसी गैर की बाहों में रहो

तेरे दिल में  एक जोगनी हमेशा रहे

तेरे आशिक के हर दर्द भरे नज्मों में

गमे-उल्फत की ये रागिनी हमेशा रहे



अभी दर्द उठेगा तेरे आने से, अभी सर्द हो जाएंगी निगाहें

और एक आग तड़प उठेगी  सीने को हौले-हौले जलाती हुई
तुम हथेलियों में हिज्र का चराग़ लेकर आओगी चुपके से
अपनी सूरत को लाल चुनर की घूंघट में हया से छुपाती हुई
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बस यूं ही छुपाते जाने से सुलझती हैं इश्क की उलझी राहें
तुम गुमसुम रहो, हम चुप रहें, घुटती रहे दिल में कई बातें
जो तुम कह न सको, हम सुन लें, यही आशिकी  का जुनून है
तुम मेरे जिस्म में नहीं, दिल में हो, इसी में रूह को सुकून है

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तुम्हारा जिस्म कोई छीन ले मुझसे, मगर मेरा दिल तुम्हारा है

तुम अपना सब कुछ गैरों पे लुटाओ, ये सितम भी हमें प्यारा है
जहां तेरी जुस्तजू है, तेरी मंजिल है,तेरी ख्वाइश  है, आरजू है
अपने हर ख्वाब को हमने उन्हीं आईनों में तो संवारा है

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अभी तुम दूर कहीं हो तो गुलिस्तां में बहार आनी बाकी है

तेरी सूरत पे छाए पर्दे को अपनी उंगलियों से उठाना बाकी है
तुम खामोश  हो और हम खामोश हैं, इंतजार के आंसू लिए
तुझे महसूस कर भी नजरों से दीदार करना बाकी है

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हम चराग भी जलाते हैं आशियां में तेरा नूर समझकर

हम अश्क भी बहाते हैं बस तेरे करम का लहू समझकर
अपने हर सज़दे में मेरी दुआओं ने तेरा नाम पुकारा है
अपने मसज़ूद की तस्वीर में ऐ हुस्न हमने तुमको ही उतारा है
अब दिल को बस तेरा ही सहारा है, बस तेरा ही सहारा है।

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आप का अपना 

अमन मस्ताना कटियार 
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